कोरोना महामारी के कारण हुए लॉक-डाउन में छात्र-मशाल का (अप्रैल-मई )अंक ऑनलाइन उपलब्ध है।
कविताएँ-2
सृष्टि का
सर्वश्रेष्ठ कवि है
उसने गेहूँ की बालियों में
सोने की कल्पना की
लेकिन वो सोना इतने
सस्ते दाम पर बिका
कि उसने
अपनी कविता की
पाण्डुलिपियों को
गोबर के घूरे में
सड़कर खाद
बन जाने दिया
और लिखता रहा
दूसरों का पेट भरने वाली
मौसमी कविताएँ
अन्य फसलों के साथ….
दिनांक - 22/04/2020
-: शुभम कहता है...
(छात्र,काशी हिंदू विश्विद्यालय)
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