By Vinod Sankar
अंतराष्ट्रीय
महिला दिवस के अवसर पर आज भगत सिह छात्र मोर्चा ने एक गोष्ठी का आयोजन
किया था। जिसमे मुख्य वक्ता के तौर पर डीयू कि असिस्टेट प्रोफेसर बनो ज्योत्सना,मगध विश्विद्यालय से संजीला जी तथा बीएचयू से प्रो. डी.के. ओझा
थे। बुनो ज्योत्सना जी ने बताया कि पूंजीवाद ने महिला दिवस को भी हाईजैक कर
लिया है और इस दिन को अपने मुनाफे के लिए इस्तेमाल कर रहा है.! अपनी बात को
आगे बढाते हुए उन्होने यह बताया कि महिला दिवस महिलाओ के संर्घषो की देन
है और इस दिवस को मनाने का फैसला अंतराष्ट्रीय कम्युनिष्ट पार्टी ने किया
था।और महिला मुक्ति तभी संभव है जब यह संर्घष सारे उत्पीडीत और शोषित लोगो
के संघर्षो से जुडी हो और इनकी मुक्ति मे ही महिला मुक्ति संभव है। इसके
अलावा बहुत कई छात्र-छात्रओ ने भी अपने विचार रखे.! प्रो. डी.के. ओझा ने
कहा कि महिलाओ को पहले खुद पुरुषवादी मानसिकता को समझना होगा और इनसे मुक्त
होना है.!
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